सतलुज-यमुना लिंक (एस.वाई.एल.) के विवाद पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच जो बैठक हुई, उससे हरियाणा की उम्मीदों को झटका लगा। इस बैठक के उपरांत मुख्यमंत्री भगवंत मान ने साफ कहा कि, ना तो पंजाब के पास अधिक पानी है और ना ही कोई नहर निकाली जाएगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब आज की तारीख में कहने को ही “पंज आब” है पर पंजाब के पास पानी नहीं है। हमारे पास हरियाणा को पानी देने के लिए एक बूंद भी नहीं, क्योंकि पंजाब में पानी का स्तर बहुत नीचे चला गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, केंद्र सरकार हरियाणा यमुना से पानी दे क्योंकि हमारे पास कुल 12.24 मिलीयन एकड़ फीट पानी है जबकि हरियाणा के पास 14.10 के पास मिलीयन एकड़ फीट पानी है, जो हमारे से अधिक है।’
वहीं, एस.वाई.एल. मुद्दे पर यूथ अकाली दल के प्रैजीडैंट व अकाली दल के नैशनल प्रवक्ता परमबैंस सिंह रोमाना का बयान सामने आया है। रोमाना ने एक टवीट के माध्यम से पंजाब सी.एम. भगवंत मान का धन्यवाद किया है। रोमाना ने कहा है कि पंजाब के सी.एम. कहते हैं, “हम नहर नहीं बना सकते क्योंकि जमीन डी-नोटिफाई हो गई है।’ उन्होंने इस पर भगवंत मान का धन्यवाद किया है। उन्होंने प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली अकाली दल सरकार के समय बनाए गए SYL कानून को प्रवानगी देने के लिए धन्यवाद किया है।
मालूम हो है कि कल सतलुज-यमुना लिंक (एस.वाई.एल.) के विवाद पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच हुई बैठक बेनतीजा निकली। मीटिंग के बाद सी.एम. मान ने दो टूक शब्दों में कहा कि न तो पंजाब के पास अधिक पानी है और न ही कोई नहर निकाली जाएगी।


