पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त है। आप के सत्ता में आने के महज 3 महीने में बहुत से भ्रष्ट अधिकारी और नेता पकड़े गए हैं। यहां विजिलेंस ब्यूरो अब तक 45 अधिकारियों और नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है। इतना ही नहीं, 21 जून तक इन मामलों में 28 एफआईआर भी दर्ज की गई हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपना पदभार संभालने के पहले दिन से ही लोगों से भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी और स्वच्छ प्रशासन का वादा किया था, जिसके तहत उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों को वॉट्सऐप के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कराने की सुविधा के लिए एक भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर जारी किया था. इस हेल्पलाइन को लोग इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक प्रभावी उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
इन शिकायतों के आधार पर पंजाब पुलिस ने भ्रष्ट अधिकारियों और अन्य अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की है. विजिलेंस ब्यूरो ने अब तक एक पुलिस उपनिरीक्षक, आठ सहायक उप निरीक्षक, तीन प्रधान आरक्षक, एक आरक्षक, एक पुलिस होमगार्ड, दो पटवारी, एक लिपिक व एक लंबरदार, एक डाटा एंट्री ऑपरेटर को गिरफ्तार किया है.
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के संचालक, सरकारी आईटीआई के एक प्रधानाचार्य, एक चिकित्सा अधिकारी, एक संभागीय वन अधिकारी और न्यायिक विभाग में समन सर्वर स्टाफ के सदस्य को गिरफ्तार किया है. इसी तरह एक खनन मामले में 17 नागरिक, पटवारियों के 4 सहायक और 1 वन ठेकेदार को भी भ्रष्ट आचरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि यह तो अभी शुरुआत है. उन्होंने कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों को बाहर कर पूरी व्यवस्था को साफ किया जाएगा. सीएम मान ने कहा कि लोगों को स्वच्छ, कुशल और पारदर्शी सरकार प्रदान करने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. मान ने कहा कि लोगों ने उन्हें बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है और वह लोगों की आकांक्षाओं के अनुसार स्वच्छ, पारदर्शी और उत्तरदायी प्रशासन देकर उन्हें पूरा करने के लिए बाध्य हैं।


