चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री पद की घोषणा के बाद रेशम सिंह के पिता मोहिंदर सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर बादल को गिरफ्तार करने की मांग उठाई है.
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे और चरणजीत सिंह चन्नी को नया सीएम बनाने के फैसले के बाद एक बार फिर कांग्रेस के सामने चुनौती सामने आ गई है. फरीदकोट के बाहिबल कलां में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के विरोध में 2015 में पुलिस फायरिंग में शहीद हुए कृष्ण भगवान सिंह के भाई रेशम सिंह का कहना है कि उन्हें अब न्याय की कोई खास उम्मीद नहीं है। रेशम सिंह कहते हैं- ‘4.5 साल में हमें किसी ने इंसाफ नहीं दिया…पांच महीने से कम समय में अब क्या करेंगे? पहले वे अपने विवाद खुद सुलझाएं, फिर हमारा ख्याल रखें।
फायरिंग में अपने परिवार को गंवाने वाले दो परिवारों को न्याय दिलाना और 2015 की बेअदबी के “असली दोषियों” को गिरफ्तार करना एक बड़ा मुद्दा था, जिस पर नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बने। अब दलित सिख नेता और मालवा क्षेत्र के सिद्धू के मुख्य समर्थक चरणजीत सिंह चन्नी को कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह मुख्यमंत्री बनाया गया है. पंजाब में इस बड़े चुनावी मुद्दे को लागू करना अगले पांच महीनों में चन्नी-सिद्धू गठबंधन के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी.
बादल पिता-पुत्र को गिरफ्तार करने की मांग
चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री पद की घोषणा के बाद रेशम सिंह के पिता मोहिंदर सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर बादल को गिरफ्तार करने की मांग उठाई है.
71 वर्षीय मोहिंदर सिंह ने कहा कि- ‘बादल पिता-पुत्र फायरिंग के लिए जिम्मेदार थे, लेकिन वे अभी भी आजाद हैं. उन दिनों सुखबीर बादल गृह मंत्री थे और सुमेध सिंह सैनी डीजीपी थे। क्या अब उसे गिरफ्तार किया जाएगा?”


