प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अमृतसर में जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित स्मृति परिसर का उद्घाटन किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अमृतसर में जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित स्मृति परिसर का उद्घाटन किया. इस खास मौके पर हिमाचल के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कुल्लू जिला के मनाली से इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया.
इस कार्यक्रम के दौरान शहीदों की स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया. इसी के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरिंदर सिंह ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा करें. तो वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि ‘हमारी ये धरोहर और समृद्ध हो इसके लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशोत्सव हो, गुरु गोविंद सिंह जी का 350वां प्रकाशोत्सव हो या फिर गुरु तेगबहादुर जी का 400वां प्रकाशोत्सव हो, ये सभी पड़ाव सौभाग्य से बीते 7 वर्षों में ही आये हैं.’
उन्होंने कहा कि ‘पंजाब में तो शायद ही ऐसा कोई गांव, ऐसी कोई गली है जहां शौर्य और शूरवीरता की गाथा न गाता हो. गुरुओं के बताए हुए रास्ते पर चलते हुए पंजाब के बेटे-बेटियां मां भारती की तरफ टेढ़ी नजर रखने वालों के सामने चट्टान बनकर खड़े हो जाते हैं. देश की ये भी आकांक्षा भी थी कि सर्वोच्च बलिदान देने वाले हमारे सैनिकों के लिए राष्ट्रीय स्मारक होना चाहिए. मुझे संतोष है कि नेशनल वॉर मेमोरियल आज के युवाओं में राष्ट्र रक्षा और देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर देने की भावना जगा रहा.’
पीएम ने आगे कहा कि ‘बीते वर्षों में देश ने अपनी इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए जी जान से प्रयास किया है. मानवता की जो सीख हमें गुरुओं ने दी थी उसे सामने रखकर देश ने ऐसी परिस्थितियों से सताए हुए अपने लोगों के लिए नए कानून भी बनाए हैं. आज़ादी के महायज्ञ में हमारे आदिवासी समाज का बहुत बड़ा योगदान है.’


