World wide City Live, जालंधर (आँचल) : पिछले सप्ताह खेतों में पराली को आग लगाने के मामले काफी ज्यादा थे। किसानों की मनमानी के आगे राज्य सरकार और जिला प्रशासन के प्रयास नाकाफी रहे थे। अब दो दिन से वर्षा के कारण पराली को आग लगाने के मामले भी ठंडे पड़ गए हैं। सोमवार के बाद मंगलवार को भी वर्षा के चलते पराली को आग लगाने के नए मामलों की संख्या शून्य रही।
जागरूकता मुहिम का नतीजा बता रहा जिला प्रशासन
बुधवार को जालंधर का एक्यूआइ 104 (PM 2.5) और 107 (PM 10) रिकार्ड किया गया। हालांकि कृषि विभाग और जिला प्रशासन इसे जागरूकता मुहिम का नतीजा बता रहे हैं। सोमवार देर रात भी वर्षा की बौछारें पड़ी। वर्षा होने के कारण धान की कटाई के बाद खेतों में पराली भीग जाने की बात सामने आई है। पराली भीगने की वजह से इसे आग लगाने में दिक्कत के चलते किसान हाथ खींचने लगे हैं।
वहीं गेहूं बीजने का समय भी पूरा होने के कगार पर पहुंच रहा है। खेत तैयार करने के लिए कुछ किसान अधर में लटक गए हैं। खेतों में पराली पड़ी होने की वजह से परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। जिले में पराली जलाने का आंकड़ा 1323 तक पहुंच गया है। 86 लोगों के चालान किए गए और एक पर एफआरआइ दर्ज की गई है।


