World wide City Live, जालंधर: वर्षा के चलते पिछले तीन दिन किसानों ने खेतों में पराली नहीं जलाई। तीन दिन बाद वीरवार को जिले में पराली जलाने के 14 नए मामले सामने आए हैं। गेंहू की बिजाई तेज होने के बावजूद किसान पराली जलाने से पीछे नहीं हट रहे हैं। पर्यावरण से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में भी ढिलाई बरती जा रही है। प्रशासन की किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूकता मुहिम जारी है।
जिले में वीरवार को पराली जलाने के 14 नए मामले सामने आने के बाद कुल आंकड़ा 1349 तक पहुंच गया है। प्रशासन ने 2.22 लाख रूपये पर्यावरण मुआवजा लगाया गया है। एक मामले में पुलिस ने एफआरआइ भी दर्ज की है। इसके साथ ही 88 लोगों को चालान काटे जा चुके हैं। मुख्य कृषि अधिकारी डा. जसवंत राय ने बताया कि विभाग की तरफ से जागरूकता मुहिम जारी है।
पिछले साल के मुकाबले इस बार कम पराली जलाने के मामले सामने आए हैं। वहीं प्रशासन की तरफ से जुर्माना लगााया जा रहा है। आने वाले कुछ दिनों में पराली जलाने के मामले खत्म होने की संभावना है। किसानों की गेंहू की बिजाई भी पूरी होने के कगार पर पहुंच गई है।


