मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी से मीटिंग के बाद नवजोत सिद्धू को मनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। सुबह सरकार ने नए DGP के लिए 10 अफसरों का पैनल UPSC को भेज दिया। सिद्धू इकबालप्रीत सहोता को DGP लगाने का विरोध कर रहे थे। अब शाम को बेअदबी के केसों की पैरवी के लिए स्पेशल प्रोसिक्यूटर एडवोकेट राजविंदर सिंह बैंस की नियुक्ति कर दी गई है। बैंस पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट हैं।
पंजाब के नए एडवोकेट जनरल (AG) एपीएस देयोल बेअदबी मामलों की पैरवी नही करेंगे। यह कदम सिद्धू के विरोध के बाद उठाया गया है। सिद्धू ने कहा था कि बेअदबी से जुड़े गोलीकांड मामले में नए AG ने आरोपियों पूर्व DGP सुमेध सैनी और IG परमराज उमरानंगल को ब्लैंकेट बेल दिलाई थी। जिसके बाद सीएम चन्नी ने स्पेशल प्रोसिक्यूटर नियुक्त करने का बयान दिया था। इस बाबत नोटिफिकेशन जारी कर कहा गया है कि बेअदबी और गोलीकांड के केसों में एडवोकेट बैंस ही पेश होंगे।
मंत्री परगट सिंह का दावा – सिद्धू ही रहेंगे प्रधान
इससे पहले कैबिनेट मंत्री परगट सिंह ने जालंधर में दावा किया कि मामला हल हो चुका है। नई सरकार से गलती हो जाती है। उसे दूर करेंगे। इसके अलावा एक कमेटी बन रही है, जो नए-पुराने सारे फैसलों का विश्लेषण करेगी।
DGP के लिए ये नाम भेजे गए
पंजाब के अगले DGP के लिए भेजे गए 10 नामों में सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय, दिनकर गुप्ता, वीके भावरा, एमके तिवारी, प्रबोद कुमार, रोहित चौधरी, इकबालप्रीत सहोता, संजीव कालड़ा, पराग जैन और बीके उप्पल शामिल हैं। दिनकर गुप्ता का नाम वरिष्ठता के हिसाब से लिस्ट में शामिल है, हालांकि वे सेंट्रल डेपुटेशन के लिए आवेदन कर चुके हैं।


