मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में आम आदमी पार्टी की सरकार ने पंजाब विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया। इस दौरान सरकार और विरोधी पक्ष आमने-सामने हो गए। कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं ने आप के विधायकों के खिलाफ तरह-तरह के सवाल उठाए। बीजेपी ने वॉक आउट कर दिया।
वहीं, विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर कांग्रेस विधायकों को विधानसभा अधिकारियों ने बाहर कर दिया। बताया जा रहा है कि, अब बसपा और शिअद विधायक अंदर हैं।
पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, उन्होंने 3 मुद्दों यानी जीएसटी, बिजली, पराली जलाने पर सत्र बुलाया, लेकिन उन्होंने इसके बारे में बात नहीं की। उन्होंने सदन, राज्यपाल और पंजाब के लोगों को गुमराह किया है। अगर वे विश्वास प्रस्ताव लाना चाहते हैं, तो उन्हें सदन को भंग करना चाहिए और नए सिरे से चुनाव कराना चाहिए।
वहीं, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विपक्षियों को निशाने पर लेते हुए कहा कि, ‘पौने तीन करोड़ पंजाबियों को हमारी सरकार पर पूरा विश्वास है। मगर, लोगों के विश्वास को खरीदने की साजिशें हो रही हैं।’ मुख्यमंत्री ने विशेष सत्र में विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘कांग्रेस भी कम नहीं है। हमें जनता ने अपार समर्थन दिया था, तब ऐसी सरकार बनी। हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम जाल में नहीं फंसने वाले।’


