चुनावी साल में पंजाब सरकार ने दिवाली से पहले कर्मचारियों के लिए बड़े ताहफे का ऐलान किया है. राज्य के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की मांगों को स्वीकार करते हुए पंजाब सरकार (Punjab government) ने महंगाई भत्ते में 11 प्रतिशत वृद्धि करते हुए इसे 17 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत करने का फ़ैसला किया है. यह बीते 1 जुलाई, 2021 से लागू माना जाएगा.
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने बताया कि कि कर्मचारी राज्य प्रशासन की रीढ़ की हड्डी हैं और उन्होंने कर्मचारियों के कल्याण को सबसे अधिक प्राथमिकता देने सम्बन्धी उनकी सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया है. उन्होंने कहा कि इस फैसले के द्वारा बढ़े हुए महंगाई भत्ते से राज्य सरकार पर 440 करोड़ रुपए मासिक अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. मुख्यमंत्री स. चन्नी ने कहा कि राज्य सरकार ने कर्मचारियों के बहुत से मसलों को मजबूती से हल कर लिया है और परिणाम स्वरूप उन्होंने अपनी हड़ताल वापस लेकर तत्काल प्रभाव से काम फिर शुरू कर दिया है.
2016 के बाद भर्ती हुए लोगों के लिए भी नियम
उन्होंने ऐलान किया कि जो कर्मचारी एक जनवरी 2016 के बाद भर्ती हुए हैं, उनको भी बाकी कर्मचारियों की तरह ही संशोधित वेतन में न्यूनतम 15 प्रतिशत वृद्धि का लाभ मिलेगा. हालांकि संशोधित वेतन निर्धारित करने के मौके पर कनिष्ठ कर्मचारी का वेतन उनके वरिष्ठ की अपेक्षा अधिक तय नहीं होगा. सीएम चन्नी ने बताया कि विभिन्न कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनको आश्वासन दिया है कि वह आंदोलन का रास्ता नहीं अपनाएंगे बल्कि उनके मांगों को आपसी बातचीत के द्वारा हल करवाएंगे.
एस.बी.एस. नगर में लैमरिन टैक स्किल्स यूनिवर्सिटी और एस.ए.एस. नगर में प्लाक्षा यूनिवर्सिटी स्थापित करने के लिए अध्यादेशों को बिलों में बदलने की मंजूरी के साथ रेलमाजरा, बलाचौर, एस.बी.एस. नगर में लैमरिन टैक स्किल्स यूनिवर्सिटी पंजाब और आई.टी. सिटी, एस.ए.एस. नगर में प्लाक्षा यूनिवर्सिटी पंजाब की स्थापना के लिए भी अब रास्ता साफ हो गया है.


