जम्मू -कश्मीर (Jammu and Kashmir) के राजौरी सैक्टर के पीर पांचाल (Pir Panchal of Rajouri sector) में आतंकवादियों के साथ मुकाबले में शहीद पंजाब (Punjab) के तीन जवानों का उनके पैतृक गांवों में अंतिम संस्कार कर दिया गया. इन शहीदों में नायब सूबेदार जसविंदर सिंह सेना मेडल, नायक मनदीप सिंह और सिपाही गज्जन सिंह शामिल हैं. मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री (1 सिख) यूनिट-4 के नायब सूबेदार जसविंदर सिंह के पार्थिव शरीर का कपूरथला जिले के गांव माना तलवंडी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, जबकि 11 सिक्ख के नायक मनदीप सिंह का गुरदासपुर जिला के घणी के बांगड़ के पास के गांव चट्ठा शीरा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. 23 सिख रेजिमेंट के सिपाही गज्जन सिंह का रोपड़ जिला के गांव पछरन्दा में अंतिम संस्कार किया गया.
गांव चट्ठा के मनदीप सिंह (30) की माता मनजीत कौर ने बताया कि मनदीप 2011 में फौज में भर्ती हुआ था. लगभग 20 दिन पहले वह घर छुट्टी काट कर ड्यूटी पर गया था. उनका बड़ा भाई भी फौज में है और छोटा विदेश गया है. शनिवार को उसने फोन कर पत्नी और बच्चों का ध्यान रखने के लिए कहा था. उसका बड़ा बेटा तीन साल का है और छोटे बेटे की उम्र केवल ढाई महीने है. गांव माना तलवंडी के नायब सूबेदार जसविंदर सिंह की माता मनजीत कौर पुत्र की शहादत के बारे में बेखबर हैं. मनजीत कौर की सेहत ठीक न होने के कारण अभी तक उन्हें पुत्र की शहादत बारे में नहीं बताया गया है.
शहीद के भाई पूर्व फौजी राजिन्दर सिंह ने बताया कि उनके पिता हरभजन सिंह भी फौज से आनरेरी कैप्टन रिटायर हुए थे. उनका देहांत इसी साल मई महीने में हुआ था. दिल के रोग से पीड़ित उनकी माता इस सदमे से बाहर ही नहीं निकली हैं, इस वजह से उन्हें अभी जसविंदर की शहादत के बारे में नहीं बताया गया है.


