प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन में श्री महाकाल लोक के पहले चरण का लोकार्पण किया. दो चरण में बन रहे महाकालेश्वर मंदिर गलियारा विकास परियोजना में करीब 850 करोड़ रुपए खर्च होंगे. महाकाल मंदिर कॉरिडोर का पूरा एरिया करीब 900 मीटर का है. यह काशी विश्वनाथ मंदिर से करीब 4 गुना बड़ा है.
प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम को लगभग 40 देशों में लाइन प्रसारण किया गया. कार्यक्रम के दौरान करीब 60 हजार लोग मौजूद रहे. प्रधानमंत्री मोदी ने श्री महाकाल लोक के लोकार्पण से पहले महाकाल का दर्शन किया. साथ ही संध्या आरती में भी शामिल हुए.
#WATCH | Ujjain, MP: PM dedicates to the nation Shri Mahakal Lok. Phase I of the project will help in enriching the experience of pilgrims visiting the temple by providing them with world-class modern amenities
Total cost of the entire project is around Rs 850 cr.
(Source: DD) pic.twitter.com/J1UnlU9XLa
— ANI (@ANI) October 11, 2022
नवनिर्मित ‘महाकाल लोक’ में भव्य प्रवेश द्वार, फव्वारों सहित शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 50 से ज्यादा चित्रों की श्रृंखला बनाई गई है. इसमें मूर्तियों के रूप में भगवान शिव से जुड़ी अलग-अलग कहानियां को भी उकेरी गई है. साथ ही भगवान शिव, शक्ति और धार्मिक घटनाओं से जुड़ी करीब 200 मूर्तियां भी लगाई गई हैं.
कॉरिडोर की संरचनाओं को बनाने में बलुआ पत्थरों का उपयोग किया गया है. बलुआ पत्थर राजस्थान में बंसी पहाड़पुर क्षेत्र से लाए गए हैं. इन पत्थरों को राजस्थान, गुजरात और उड़ीसा के कलाकारों एवं शिल्पकारों ने तराशा है.
आस्था-अध्यात्म की पावन नगरी उज्जैन एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रही है। आज शाम यहां भव्य और दिव्य #ShriMahakalLok को राष्ट्र को समर्पित करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। हर-हर महादेव! https://t.co/gqCfzuxEM5
— Narendra Modi (@narendramodi) October 11, 2022


