उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में जान गंवाने वाले परिवार वालों से कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने बुधवार की शाम मुलाकात की। राहुल गांधी ने मतृक किसानों के परिवार वालों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
इस दौरान उनके साथ प्रियंका गांधी के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और केसी वेनुगोपाल भी मौजूद थे। हालांकि, लखीमपुर खीरी जा रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं सचिन पायलट और आचार्य प्रमोद कृष्णम को मुरादाबाद पुलिस ने बुधवार शाम मूंढापांडे टोल प्लाजा पर रोक लिया गया और उन्हें कई घंटे हिरासत में रखा। रात करीब साढ़े 11 बजे पुलिस टीम के साथ दो अलग-अलग वाहनों में दोनों नेताओं को दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया।
इससे पहले प्रियंका गांधी को भी यूपी पुलिस ने हिरासत में ले रखा था, मगर करीब 40 घंटे के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। जब प्रियंका गांधी लखीमपुर जा रही थीं, तभी उन्हें सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया था। इधर, राहुल गांधी की लखीमपुर खीरी यात्रा को लेकर कांग्रेस ने योगी सरकार को खत लिखकर आने की अनुमति मांगी थी,
मगर योगी सरकार ने मंजूरी देने से इनकार कर दिया। इसके बाद राहुल गांधी ने बुधवार को दिन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि चाहे सरकार कुछ भी कर ले, वह पीड़ित परिवार से मिलने जरूर जाएंगे। इसके बाद वह लखीमपुर के लिए रवाना हो गए।


