World wide City Live : तरनतारन में थाने पर हमले के बाद केंद्रीय एजेंसियों ने सतर्क किया है कि पाकिस्तान से लगातार पंजाब में घातक हथियार व विस्फोटक सामग्री भेजी जाने की आशंका है। इन्हें ड्रोन के जरिये पंजाब में भेजने की तैयारी की जा रही है। खास बात यह है कि पाकिस्तान ने पंजाब की सरहद पर एक दर्जन के करीब ड्रोन ऑपरेटिंग सेंटर तैयार कर रखे हैं। 18 नवंबर को पाकिस्तान में ड्रोन की अंतराष्ट्रीय प्रदर्शनी के बाद चिंता अधिक बढ़ गई है क्योंकि इस प्रदर्शनी में काफी आधुनिक ड्रोन की झलक दिखाई गई।
अब पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और रात्रिकालीन गश्त को बढ़ा दिया गया है। केंद्रीय एजेंसियों की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में आतंकवाद को जिंदा करने की कोशिश में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई है। वह हर बार नया पैंतरा इस्तेमाल कर रही है। पंजाब में ड्रोन का इस्तेमाल अचानक बढ़ गया है।
पाकिस्तान ड्रोन से पंजाब में विस्फोट और हथियारों की खेप भेज रहा है। पहले पंजाब से सटी सरहद पर पाकिस्तान छह ड्रोन ऑपरेटिंग सेंटर चला रहा था लेकिन अब इनकी संख्या दोगुना कर 12 कर दी गई है। हथियारों और ड्रग्स की तस्करी के लिए आईएसआई चीन और तुर्की के आधुनिक ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक माझा इलाके के गुरदासपुर से तरनतारन व अमृतसर की दरोका व रानियां इलाके तक आईएसआई ने सात ड्रोन ऑपरेटिंग सेंटर बना रखे हैं। गांव चाहरपुर के सीमावर्ती इलाके में पाकिस्तान ने ड्रोन ऑपरेटिंग का छोटा सेंटर तैयार किया है। राम डोगर, रमदास गांवों के उधर सीमा पार भी ड्रोन सेंटर हैं।
मालवा के सीमावर्ती इलाके में पांच सेंटर हैं। इनमें से तीन अधिक सक्रिय हैं। दोना मत्तड़ सीमावर्ती इलाके के पास बना सेंटर अधिक सक्रिय है। फिरोजपुर की सीमा से सटे गांव गंडू से कुछ दूरी पर आईएसआई का संचालित सेंटर है। जहां पर न केवल ड्रोन को उड़ाने का परिक्षण दिया जा रहा है, वहीं इसके जरिए 10 से 20 किलो वजन का हथियार व सामान कैसे भेजना है, इसके बारे में बताया जा रहा है। इसके अलावा बीएसएफ के जवानों को भ्रमित करने के लिए फेक ड्रोन भी भेजे जा रहे हैं।
पाकिस्तान की सीमा से सटे 553 किलोमीटर इलाके पर केंद्रीय सीमा सुरक्षा बल के अलावा पंजाब पुलिस भी पूरी तरह से चौकस है। पुलिस लगातार विस्फोटक व हेरोइन की खेप बरामद कर रही है। पुलिस की सतर्कता को बढ़ा दिया गया है।


