World wide City Live, जालंधर (आंचल) : शिरोमणि अकाली दल (मान) के प्रमुख एवं संगरूर से सांसद सिमरजीत सिंह मान ने शनिवार को जालंधर के लतीफपुरा में फिर से एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि लतीफपुरा में जो सिखों के घर तोड़े गए हैं इसकी सजा आम आदमी पार्टी के नेताओं को अवश्य दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को “टाली नाल रस्सा पा के फाहे लावांगे” (केजरीवाल को टाहली के वृक्ष के साथ रस्सा डालकर फंदे पर लटकाएंगे)।
पिछली बार संगरूर में शहीद-ए-आजम भगत सिंह पर टिप्पणी करने के लिए विवादों में सिमरजीत सिंह मान अब भी टिप्पणियां करने से रुक नहीं रहे हैं। उन्होंने आज फिर लतीफपुरा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भगत सिंह ने अंग्रेज अफसर के साथ एक बेगुनाह केशधारी सिख पुलिस वाले की भी हत्या की थी। उन्होंने कहा कि भगत सिंह फोटो दफ्तरों में लगाकर उनके नक्शे कदम पर चलने वाली आम आदमी पार्टी को तो पुलिस के खिलाफ होना चाहिए। लेकिन लतीफपुरा में उसी पुलिस से लोगों पर बर्बरता करवाई।
सिखों के मामले पर बोलते हुए मान ने कहा कि सिखों के साथ हर तरफ बेइंसाफी हो रही है। देश के सर्वोच्च न्यायालय में कोई सिख जज नहीं है। सिखों का कोर्ट से इंसाफ की उम्मीद नहीं है। यदि कोई सिख जज होता तो वह 1947 में पाकिस्तान से विभाजन के समय उड़ कर लतीफपुरा में बसे सिख परिवारों का दर्द महसूस कर पाता। बांग्लादेश और दूसरे देशों के आए लोगों को यदि सरकार मकान बनाकर दे सकती है तो फिर पाकिस्तान से आए सिखों को क्यों नहीं दिए। क्यों उनके बने बनाए घरों पर बुलडोजर चलाया।
22 दिसंबर को संसद में उठाएंगे मुद्दा
शिरोमणि अकाली दल (मान) के प्रमुख एवं सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने कहा कि वह लोगों को यहीं लतीफपुरा में दोबारा बसाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह 22 दिसंबर को दिल्ली संसद में लतीफपुरा मामले का मुद्दा उठाएंगे। इस पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार से जवाब मांगेंगे। उन्होंने कहा कि अब देखना है कि वहां पर वह उन्हें बोलने देते हैं या नहीं। अक्सर उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है। कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक भारत एक हैं लेकिन उन्हें श्रीनगर जाने रोका जाता है


