World wide City Live : महाराष्ट्र और कर्नाटक सीमा विवाद पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि इसका हल सुप्रीम कोर्ट के फैसले से होगा। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के बाद शाह ने कहा कि किसी भी विवाद का हल सडक़ों पर उतरकर नहीं होगा। बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच चर्चा हुई। किसी विवाद का हल सडक़ पर नहीं होता। जब तक सुप्रीम कोर्ट का निर्णय नहीं आता, तब तक कोई राज्य कोई हिस्सा क्लेम नहीं करेगा। अमित शाह ने कहा कि सीमा मुद्दे पर महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच बुधवार को सकारात्मक माहौल में बैठक हुई।
सकारात्मक रुख रखते हुए दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री इस बात पर सहमत हुए कि संवैधानिक तरीके से समाधान निकाला जाना चाहिए। बता दें कि महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच दशकों पुराने सीमा विवाद के एक बार फिर से गहराने पर अमित शाह ने बुधवार शाम दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई के साथ कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि हमारे संज्ञान में यह भी आया है कि वरिष्ठ नेताओं के नाम पर कुछ फर्जी ट्विटर अकाउंट्स ने इस मुद्दे को भडक़ाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। तय किया गया है कि इसके पीछे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और उनका पर्दाफाश किया जाएगा।
राजनीतिक मुद्दा न बनाएं
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि गृह मंत्री होने के नाते मैं दोनों राज्यों के विपक्षी पार्टियों से भी अपील करना चाहता हूं कि राजनीतिक विरोध कुछ भी हों, जो विपक्ष में बैठे हैं वे राजनीतिक कार्यक्रम ले सकते हैं, लेकिन दोनों राज्यों के हित में इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाया जाए। उन्होंने कहा, इस मुद्दे को हल करने के लिए दोनों राज्यों के 6 मंत्रियों (प्रत्येक राज्य से तीन-तीन मंत्री) की एक समिति इस मुद्दे को हल करने के लिए विस्तृत बातचीत करेगी। इसके अलावा हर कीमत पर कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया जाएगा।


