World wide City Live, चंडीगढ़ (आँचल) : भगवंत मान सरकार ने पंजाब वन विभाग में कांग्रेस सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, आईएफएस विशाल चौहान, डीएफओ गुरमनप्रीत सिंह के खिलाफ पंजाब विजिलेंस ब्यूरो में मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है।
इससे पहले मुख्य निदेशक विजिलेंस वरिंदर कुमार ने मुख्य सचिव को पत्र भेजा था कि चिराग ने अपने भाई टीनू का फर्जी पासपोर्ट बनवाकर नेपाल के रास्ते विदेश ले जाने की साजिश रची थी.
अभियोजन की मंजूरी मांगी गई थी लेकिन विभागीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के कारण इसमें देरी हो रही थी।
वीबी सूत्रों के मुताबिक पूर्व मंत्री समेत इन अधिकारियों के खिलाफ राज्य सरकार की ओर से मुकदमा चलाने की मंजूरी के लिए पत्र मिला है।
ब्यूरो द्वारा मांगी गई अभियोजन की स्वीकृति का विभागीय अधिकारियों ने विरोध किया। इसके बाद मामले को अंतिम निर्णय के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के पास भेजा गया।
वन विभाग में पेड़ों की कटाई, विभागीय अधिकारियों के तबादले, एनओसी की खरीद और अनुमोदन के लिए वन विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की जांच के बाद, ब्यूरो ने डीएफओ मोहाली गुरमनप्रीत सिंह, ठेकेदार हरमोहिंदर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी अधिनियम के तहत 2 जून को प्राथमिकी दर्ज की थी।
मामले की विस्तृत जांच के बाद ब्यूरो ने इस घोटाले में उसकी भूमिका को देखते हुए 7 जून को धर्मसोत को गिरफ्तार कर लिया।


