World wide City Live, जालंधर (आँचल) : मंडियों में धान की आमद बढ़ने के बाद लिफ्टिंग और भुगतान की रफ्तार धीमी होने लगी है। मंडियों में धान के अंबार लग चुके हैं। इन दिनों मंडियों नेॆ मजदूरों की संख्या कम है। प्रशासन काम में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को मामला गंभीरता से लेने की बात कर रहा है।
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जिले की मंडियों में कुल आमद 85389 मीट्रिक टन पहुंच चुकी है। इस में से 835286 एमटी धान की खरीद हो चुकी है। जिले की मंडियों से 678253 एमटी धान की लिफ्टिंग हो चुकी है और 60472 मीट्रिक टन बकाया है।
फेस्टिवल सीजन में मंडियों में मजदूरों की कमी देखी जा रही है। पंजाब में अधिकतर मजदूर उत्तर प्रदेश और बिहार से आते हैं। दिवाली और उसके बाद छठ पूजा के कारण मजदूर छुट्टी पर चल रहे हैं। इसकी वजह से मंडियों में फिल्टिंग नहीं हुई और धान की बोरियों के अंबार लग गए।
वहीं, फसल की बिक्री के बाद भुगतान को लेकर भी रफ्तार धीमी होने लगी है। जिले में 1617 करोड़ रुपये की अदायगी की जा चुकी है। वहीं, 1587 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना बकाया है।


