राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि भारत में रहने वाले सभी लोगों की पहचान हिंदू है। आरएसएस के दर्शन के बारे में बताते हुए शिलांग में एक सभा को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है।
मोहन भागवत ने कहा, भारत में सभी हिंदू हैं क्योंकि सभी भारतीय हिंदुस्तान के निवासी हैं। हिमालय के दक्षिण में, हिंद महासागर के उत्तर में, सिंधु नदी के तट पर सब हिन्दुस्तान में रहते हैं। मोहन भागवत ने कहा कि इस क्षेत्र के निवासियों को पारंपरिक रूप से हिंदू कहा जाता है। इसे भारत भी कहा जाता है।
शिलांग में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, ”हमारे पूर्वजों ने महान काम किए हैं, हमने गणित, विज्ञान और आयुर्वेद पढ़ाया है, आज भी हम वही करते हैं, जिन्होंने संकट के समय श्रीलंका की मदद की और उन्हें कर्ज दिया, वो भारत है। कोविड में दुनिया को वैक्सीन किसने दी? हमने दिया।”
मोहन भागवत ने कहा कि इस्लाम फैलाने वाले मुगलों और ईसाई धर्म को फैलाने वाले ब्रिटिश शासकों से पहले भी हिंदू अस्तित्व में थे। आरएसएस की विचारधारा पर प्रकाश डालते हुए मोहन भागवत ने कहा कि ‘हिंदू’ शब्द में वे सभी शामिल हैं जो ‘भारत माता’ के पुत्र हैं, भारतीय पूर्वजों के वंशज हैं और जो भारतीय संस्कृति के अनुसार रहते हैं।


