World wide city live : कई साल तक न पढ़ने का झंझट और न कोई ट्रेनिंग। फर्जी डिग्री लेकर सीधे प्रैक्टिस का प्रयास कर रहे 6 आवेदकों का पता लगाकर बोर्ड ने डीजीपी गौरव यादव को लिखित शिकायत दी है। बोर्ड ऑफ आयुर्वेद एंड यूनानी सिस्टम ऑफ मेडिसिन, पंजाब के रजिस्ट्रार डॉ. सजीव गोयल ने बताया कि आवेदकों के सर्टिफिकेट की जांच करने पर पता चला कि जिस यूनिवर्सिटी से सर्टिफिकेट हासिल करने का दावा किया गया, वो बीएएमएस करवाती ही नहीं है।
कई सर्टिफिकेट छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर के नाम से बनवाए गए। सर्टिफिकेट्स की जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया। पूछताछ में आवेदकों ने माना कि कानपुर की यूनिवर्सिटी को 5-5 लाख रुपए देकर फर्जी सर्टिफिकेट बनवाए हैं।
बाहरी राज्यों से ली गई डिग्रियों की जांच होगी
बाहरी राज्यों की यूनिवर्सिटियों से हासिल 80 से ज्यादा डिग्रियां जांच के घेरे में हैं। बोर्ड ऑफ आयुर्वेद एंड यूनानी सिस्टम ऑफ मेडिसिन पंजाब के रजिस्ट्रार डॉ. सजीव गोयल ने कहा कि फर्जी डिग्री लेने वाले दूसरों की जान से खेलते हैं। डीजीपी पंजाब गौरव यादव और मोहाली के एसएसपी को नेक्सस का खुलासा करने को कहा गया है।


