प्रदूषण पर प्रभावी नकेल के लिए दिल्ली सरकार शनिवार से कड़े प्रतिबंध लगाने जा रही है। इसके तहत सड़क पर वाहनों की भीड़ से प्रदूषण स्तर बढ़ा तो उसपर आने वाले ट्रैफिक डायवर्ट किए जाएंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह जानकारी शुक्रवार को सर्दियों में दिल्ली की आबोहवा को साफ रखने के लिए जारी 15 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान के दौरान दी।
केजरीवाल ने कहा कि आगामी 20 अक्तूबर से हमें रियल टाइम में प्रदूषण स्तर और उसके कारणों की जानकारी मिलेगी। डिजिटल प्रेसवार्ता के जरिये उन्होंने कहा कि सर्दियों में आमतौर पर देखा जाता है कि प्रदूषण बढ़ जाता है। इसके अलग-अलग कारण होते हैं। उसे रोकने के लिए यह पंद्रह सूत्रीय कार्ययोजना तैयार की गई है।
230 सड़कें चिह्नित
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने दिल्ली में 230 सड़कों को चिह्नित किया है, जहां सर्वाधिक भीड़ होती है। इसे कम करने के लिए वैकल्पिक मार्ग बनेंगे, ताकि ट्रैफिक डायवर्ट कर वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सके। रियल टाइम में प्रदूषण के स्तर की जानकारी के लिए कानपुर आईआईटी के साथ करार हुआ था। वह रिपोर्ट भी 20 अक्तूबर से मिलनी शुरू हो जाएगी। उससे भी हमें प्रदूषण कम करने के लिए कदम उठाने में मदद मिलेगी।
केजरीवाल ने कहा कि हमने बीते वर्षों में प्रदूषण से निजात पाने के लिए कई उपाय किए हैं। उसी का नतीजा है कि भारत सरकार की नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम की रिपोर्ट के मुताबिक, 2017-18 के मुकाबले 2021-22 में दिल्ली के प्रदूषण में सुधार हुआ है। पीएम 10 बीते चार वर्ष में 18.6 नीचे आया है। यह लगातार दूसरा साल है, जब सर्दियों में प्रदूषण घटाने के लिए विंटर एक्शन प्लान जारी किया है। बता दें कि शनिवार से ग्रैप भी लागू कर दिया जाएगा।
सरकार की तैयारी
– पराली से होने वाले प्रदूषण, धूल, वाहन और निर्माण स्थल से होने वाले प्रदूषण को कम करने की तैयारी है।
– 150 मोबाइल एंटी स्मॉग गन की तैनाती की जाएगी। पांच हजार वर्गमीटर से ऊपर वाले निर्माण स्थल पर एंटी स्मॉग गन तैनात होगा, जो बीते साल 20 हजार वर्गमीटर के निर्माण स्थल पर होता था।
– सड़कों पर धूल की सफाई के लिए 80 स्वीपिंग मशीन, कूड़ा जलाने वालों पर भी निगरानी के लिए 611 टीम की तैनात होंगी।
– कूड़ा जलाने से रोकने के लिए टीमें बढ़ाई। पटाखे पर पाबंदी के लिए 210 टीम निगरानी करेगी।


