World wide city live : कर्नाटक के शिमोगा जिले में बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) के घर के बाहर सोमवार दोपहर भारी प्रदर्शन और पथराव की सूचना मिली. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अनुसूचित जनजाति समुदाय (ST Community) को आंतरिक आरक्षण प्रदान करने के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ बंजारा समुदाय बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है.
आरक्षण पर विरोध प्रदर्शन (Reservation Protests) कर रहे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और आंदोलनकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के आवास पर पथराव किया जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. बता दें कि फैसले के विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं. विरोध प्रदर्शनों के दृश्यों में पुलिस को लाठीचार्ज और वाटर कैनन का सहारा लेते हुए दिखाया गया.
बंजारों की मांग है कि सरकार न्यायमूर्ति एजे सदाशिव आयोग की रिपोर्ट को अनुसूचित जातियों के बीच उप-जातियों के लिए आनुपातिक प्रतिनिधित्व की सिफारिश करने वाली रिपोर्ट को अवैज्ञानिक बताते हुए छोड़ दे. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि रिपोर्ट अनुसूचित जाति समुदायों को विभाजित करने के लिए निहित स्वार्थों की एक चाल है, जो इन सभी वर्षों में शांतिपूर्वक एक साथ रह रहे थे. बंजारा समुदाय का मानना है कि राज्य सरकार के इस कदम से बंजारों के साथ अन्याय होगा. राज्य में अनुसूचित जाति के आरक्षण को उप-वर्गीकृत करने के लिए 2005 में कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) द्वारा गठित एजे सदाशिव आयोग की एक रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया गया था.
बंजारों की मांग है कि सरकार न्यायमूर्ति एजे सदाशिव आयोग की रिपोर्ट को अनुसूचित जातियों के बीच उप-जातियों के लिए आनुपातिक प्रतिनिधित्व की सिफारिश करने वाली रिपोर्ट को अवैज्ञानिक बताते हुए छोड़ दे. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि रिपोर्ट अनुसूचित जाति समुदायों को विभाजित करने के लिए निहित स्वार्थों की एक चाल है, जो इन सभी वर्षों में शांतिपूर्वक एक साथ रह रहे थे. बंजारा समुदाय का मानना है कि राज्य सरकार के इस कदम से बंजारों के साथ अन्याय होगा. राज्य में अनुसूचित जाति के आरक्षण को उप-वर्गीकृत करने के लिए 2005 में कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) द्वारा गठित एजे सदाशिव आयोग की एक रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया गया था.


