World wide city live : पंजाब में फिरोजपुर के जीरा स्थित शराब फैक्ट्री के बाहर माहौल तनावपूर्ण हो गया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। अब रविवार सुबह उन्हें हिरासत में ले लिया गया है। जिसके बाद वहां जमा भीड़ भड़क गई है।
पुलिस ने फैक्ट्री की तरफ जाने वाले लोगों को रोक दिया है। अब पुलिस फोर्स फैक्ट्री के आगे लगे धरने को हटाने के लिए जा रही है। पुलिस ने वहां से सारा सामान हटा दिया है। उनके टेंट भी उखाड़ दिए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने के लिए 17 दिसंबर को ही पूरी तैयारी कर ली थी। इसी कारण वहां पूरी रात लाइट बंद रखी गई। ताकि मौका मिलने पर लोगों को पुलिस अपनी हिरासत में ले सके।
प्रदर्शनकारी महिलाओं समेत सभी गांव वासी प्रदर्शनकारियों का पुलिस कार्रवाई का जमकर विरोध लगातार जारी है। पुलिस द्वारा लोगों को हिरासत में लिए जाने पर प्रदर्शनकारियों ने बठिंडा-अमृतसर नेशनल हाईवे-54 जाम करने की चेतावनी दी है। महिलाएं और अन्य प्रदर्शनकारी नेशनल हाईवे की ओर बढ़ने के प्रयास में लगे हैं। पुलिस द्वारा लोगों को मौके से खदेड़ा जा रहा है। प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच हाथापाई और धक्का-मुक्की की जा रही है। प्रदर्शनकारी स्पष्ट तौर पर शराब फैक्ट्री नहीं चलने देने की बात कह चुके हैं। महिला पुलिसकर्मी भी विरोध कर रही प्रदर्शनकारी महिलाओं को काबू करने के प्रयास में हैं। प्रदर्शनकारी महिलाओं का रो-रो कर बुराहाल है। लेकिन महिला पुलिसकर्मियों द्वारा मामूली बल प्रयोग कर उन्हें पकड़ कर हिरासत में लेकर बस में बिठाया जा रहा है। पुलिस द्वारा करीब 100 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया है। साथ ही फैक्ट्री को जाने वाले रास्ते को भी क्लियर करवा दिया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाया गया टेंट और नाके हटा दिए गए हैं। अब पुलिस टीम मंसूरबाला में लगाए गए धरने काे भी खत्म करने को आगे बढ़ेगी। लेकिन आसपास के गांवों के लोग भी घरों से निकल कर मौके पर पहुंच रहे हैं। लोगों और पुलिस के बीच बातचीत भी की जा रही है।
जीरा में विभिन्न किसान संगठन और स्थानीय लोग करीब 148 दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कल कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल भी प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने पहुंचे, लेकिन सहमति नहीं बनी। इसके बाद अब पंजाब सरकार ने कानूनी कार्रवाई की है।
धरने पर बैठे किसानों की डिमांड
किसानों ने 16 दिसंबर को पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों को छोड़ने, पंच-सरपंचों के कैंसिल लाइसेंस बहाल करने की मांग की है। इलाके में जारी अवैध माइनिंग बंद कराने की मांग भी की है।


