World wide City Live, जालंधर (आंचल) : पीएपी चौक में प्रस्तावित नए पुल की योजना पर हाइवे अथारिटी काम कर रही है। यहां समस्या ये है कि इसी चौक में से पावरकाम की 132 केवी पावर लाइन भी गुजर रही है। पिछले साल पुल की डिजाइनिंग के दौरान पाया गया था कि अगर पारंपरिक तरीके से नया टावर बनाकर लाइन शिफ्ट करनी पड़े तो जमीन की भारी कमी थी। वजह ये है कि यहीं पर पीएपी कैंपस में हैली पेड है। उसकी सुरक्षा के नजरिए से इस कैंपस के अंदर टावर बनाकर लाइन शिफ्ट नहीं हो सकती थी। अब पावरकॉम के पास नई टेक्नोलॉजी उपलब्ध हो गई है। अब पावरकॉम पारंपरिक टावर की बजाय मोनो पाल के जीरए लाइन शिफ्ट करेगा। अभी हाइवे अथारिटी ने संपर्क नहीं किया है लेकिन पहले से ही पावरकॉम ने तकनीकी हल खोज लिया है।
पावरकॉम के जालंधर सर्किल के हेड इंदरपाल सिंह ने बताया कि मोनो पोल लुधियाना में लगाए गए हैं। ये स्टील के बने हैं। इनका जमीन में मजबूत बेस होता है। पुराने किस्म के टावरों की जगह ये साधारण पोल जितनी जगह ही घेरते हैं। शहरों में जमीन की कमी है। इस लिए मोनो पोल की टेक्नोलॉजी को परखा जा चुका है। पावरकॉम ने लुधियाना में मोनो पोल पर केबलें स्थापित की हैं। अब जालंधर में पीएपी में टावर शिफ्ट करना पड़ता है तो 132 पावर लाइन में मोनो पोल लगेंगे। वहीं, पावरकाम पठानकोट बायपास चौक के 66 केवी ग्रिड को अलावलपुर के 220 केवी ग्रिड से सप्लाई देने के लिए भी मोनो पोल लगाएगा। उधर, हाइवे अथारिटी अब एक पुल पीएपी हैली पेड की तरफ बनाएगी तो दूसरा पुल बीबीएमबी कैंपस के सामने बनाएगी। इस तरफ बीएसएफ चौक का ट्रैफिक डायरेक्ट अमृतसर की तरफ जोड़ने के लिए पुराने पुल के साथ 2 नए पुल जरिया बनेंगे।


