World wide City Live : पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में जालंधर में तैनात मोटर व्हीकल इंस्पैक्टर (एम.वी.आई.) नरेश कलेर के साथ मिलीभगत करने के आरोप में एक और एजेंट को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान लवलीन सिंह लवी निवासी सैंट्रल टाऊन जालंधर के तौर पर बताई गई है। विजिलेंस ब्यूरो ने उसका मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त कर लिया है, जो इस घोटाले के बारे में और जानकारी एकत्र करने के लिए डाटा माहिरों को भेजा जाएगा।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता के मुताबिक ब्यूरो ने एम.वी.आई. जालंधर के दफ्तर में अचानक चैकिंग के दौरान एजेंटों के जरिए हो रही घपलेबाजी व भ्रष्टाचार के सुराग जुटाए थे। पता चला था कि बड़े स्तर पर प्राइवेट एजेंटों के साथ मिलीभगत करके व्यापारिक और निजी वाहनों की जांच किए बिना फिटनैस सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे थे।
प्रवक्ता ने कहा कि पुख्ता सबूतों के आधार पर विजिलेंस ब्यूरो के थाना जालंधर में मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में कुल 11 मुलजिम पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जो कि जेल में बंद हैं। इनमें नरेश कलेर, रामपाल उर्फ राधे, मोहन लाल उर्फ कालू, परमजीत सिंह बेदी, सुरजीत सिंह और हरविंद्र सिंह, पंकज ढींगरा उर्फ भोलू, ब्रिजपाल सिंह उर्फ रिक्की, अरविंद कुमार उर्फ ङ्क्षबदु, वरिंद्र सिंह उर्फ दीपू और सपना (सभी प्राइवेट एजेंट) शामिल हैं।


