World wide City Live, जालंधर (आंचल) : किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी के नेतृत्व में किसानों ने सभी जिलों में डीसी दफ्तर के बाहर व अंदर धरना शुरू कर दिया है। जालंधर और अमृतसर में तो किसान ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर परिसर के अंदर घुस गए हैं। हर जिले में 100 से 150 किसान धरने पर बैठे हैं, इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। किसान सभी फसलों पर एमएसपी गारंटी कानून बनाने, लखीमपुर खीरी घटना के मामले में अजय मिश्रा को मंत्री के पद से हटाकर गिरफ्तार करने, किसान आंदोलन के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के किसानों पर दर्ज मामले रद करने जैसी कई मांगों पर अड़े हैं।
जालंधर में दूसरे दिन भी धरना जारी
शनिवार देर शाम को लाडोवली रोड स्थित जिला प्रशासन की कांप्लेक्स में ट्रालियां लेकर घुसे किसान रविवार को भी डटे रहे। इस दौरान किसानों ने प्रशासकीय कांप्लेक्स के अंदर खुद ही भोजन की व्यवस्था की। किसान संगठनों द्वारा केंद्र सरकार द्वारा मानी गई मांगों को लागू करने, किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज किए गए पर्चे रद करने तथा चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वायदों को पूरा करने की मांग की जा रही है।
धरने में शामिल जसविंदर सिंह तथा जशनप्रीत सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों की मांगें मानना महज औपचारिकता साबित हुआ है। कारण अधिकतर मांगों को प्रभावी ढंग से लागू भी नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक वह अनिश्चितकालीन धरने पर डटे रहेंगे। उधर पुलिस द्वारा जिला प्रशासनिक कांप्लेक्स के मुख्य द्वार को दिनभर बंद रखा गया।


