World wide city live, जालंधर (आंचल): पंजाब में ट्रैफिक की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसके चलते ट्रैफिक पुलिस लोगों को समझाती और सख्ती करती हुई नजर तो आती है पर इसके बावजूद यह समस्या कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। इसे देखते हुए जालंधर के लायलपुर खालसा कॉलेज टेक्निकल कैंपस के छात्रों ने एक ऐसा प्लान तैयार किया है जिससे उनके मुताबित ट्रैफिक की समस्या का हल निकाला जा सकता है।
लायलपुर खालसा कॉलेज टेक्निकल कैंपस के विद्यार्थियों द्वारा जालंधर के ट्रैफिक को सही तरीके से चलाने के लिए एक मॉडल तैयार किया गया है। इसमें जालंधर शहर के पूरे ट्रैफिक को 6 हिस्सों में बांटा गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए कॉलेज के विद्यार्थी और प्रोफेसर बताते हैं कि सबसे पहले जालंधर की 6 उन भीड़भाड़ वाली सड़कों को देखा गया जहां ट्रैफिक सबसे ज्यादा होता है। इसमें जालंधर का नकोदर चोंक, ज्योति चोंक, पीएपी चोंक और कुछ इलाके चिन्हित किए गए हैं। इसके बाद इस प्रोजेक्ट की शुरूआत की गई। इसमें सबसे पहले जिन सड़कों पर ट्रैफिक सबसे ज्यादा होता है उन्हें ट्रैफिक के हिसाब से तीन हिस्सों में बांटा गया। यह देखते हुए कि किस सड़क की कितनी लंबाई और कितनी चोड़ाई है। इसके हिसाब से अलग-अलग कॉरिडोर बनाए गए। इन कॉरिडोर में ट्रैफिक के हिसाब से बड़ी गाड़ियां, कारें और अन्य वाहनों के साथ-साथ दोपहिया गाड़ियों के लिए अलग-अलग लेन बनाई गई है। उनके मुताबिक बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम नाम के इस प्रोजेक्ट से जालंधर के ट्रैफिक को 90 फीसदी से ज्यादा नियंत्रित किया जा सकता है।
जालंधर प्रशासन को दिखा चुके हैं प्रोजेक्ट
इन विद्यार्थियों के मुताबिक वह अपना यह मॉडल जालंधर के मेयर जगदीश राजा और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को दिख चुके हैं। उनके द्वारा इस प्रोजैक्ट को लागू करने की बात भी कही गई है पर आज तक इस पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। उनके मुताबिक अगर यह प्रोजेक्ट जालंधर में लागू हो जाता है तो ट्रैफिक की एक बहुत बड़ी समस्या पूरी तरह से हल हो जाएगी।


