डिजिटल बैंकिंग के बढ़ने के साथ ही धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। इस बीच अनाधिकृत और धोखाधड़ी वाले उधार देने वाले ऐप्स बढ़ गए हैं। हालांकि, कोई भी व्यक्ति डिजिटल बैंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन ऋण के लिए आवेदन कर सकता है। लेकिन जब आप आवेदन करते हैं, तो अपनी व्यक्तिगत जानकारी/दस्तावेजों को ऑनलाइन साझा करते समय बहुत सावधानी बरतें।
वेबसाइट पर ध्यान दें: ऋण लेने से पहले, दस्तावेज़ों को सुरक्षित रखने और भविष्य में किसी भी छिपे हुए शुल्क से बचने के लिए वेबसाइट या ऐप पर नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें। ऋणदाता, यदि स्वीकृत हो जाता है, तो अपनी वेबसाइट/ऐप पर नियमों और शर्तों, गोपनीयता नीति आदि को स्पष्ट रूप से सूचीबद्ध करता है।
ऋणदाता की विश्वसनीयता: ऋण लेते समय या ऑनलाइन आवेदन करते समय, यह जांचना महत्वपूर्ण है कि आप जो ऋण ले रहे हैं वह वास्तविक है और आरबीआई द्वारा अनुमोदित है। साथ ही वेबसाइट/ऐप की जांच की जानी चाहिए, क्योंकि वेबसाइट/ऐप/सोशल मीडिया अकाउंट्स का लुक और फील आपको ऋणदाता की विश्वसनीयता और प्रामाणिकता की पहचान करने में मदद करेगा।
संचार का तरीका: ऋण लेने वालों को अपने व्यक्तिगत विवरण और आवश्यक दस्तावेजों को सुरक्षित तरीके से साझा करना चाहिए। आप दस्तावेज़ों को पासवर्ड से सुरक्षित कर सकते हैं, ताकि दस्तावेज़ों और डेटा का कोई दुरुपयोग न हो और केवल ऋणदाता ही उन्हें पासवर्ड से एक्सेस कर सके।
ऑनलाइन समीक्षाएं: अनधिकृत उधार देने वाले ऐप्स के शिकार होने से बचने के लिए व्यक्तिगत दस्तावेज़ और डेटा साझा करने के लिए Play Store या ऐप स्टोर या यहां तक कि Quora पर ऐप समीक्षाओं के माध्यम से जाना समझदारी है। इस तरह कोई भी ऋणदाता के बारे में पूरी तरह से सुनिश्चित हो सकता है।


