देश और दुनिया में कोरोना वारयरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है। देश में ओमिक्रॉन के कुल 101 मामले मिल चुके हैं। 11 राज्यों में ये केस आए हैं। ओमिक्रॉन के बढ़ने को लेकर आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस वार्ता में कहा, इस समय एहतियात बहुत जरूरी है। ये समय गैर-जरूरी यात्राओं, सामूहिक समारोहों और भीड़भाड़ से बच कर रहने का है।
डॉ भार्गव ने कहा कि हम एंटी-वायरल कोविड पिल्स के बारे में चर्चा कर रहे हैं। हमने पाया है कि इन गोलियों को रोग के निदान से पहले ही बहुत जल्दी दिया जाना चाहिए। हालांकि वैज्ञानिक डेटा अभी बड़े पैमाने पर समर्थित नहीं है कि गोलियां इस समय कितनी उपयोगी होंगी। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने ओमिक्रॉन खतरे पर कहा कि यूरोप में कोरोना महामारी के एक नए फेज का अनुभव किया जा रहा है, यहां मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि हर एक सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग भी संभव नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया है कि देश के 19 जिले ऐसे हैं जहां संक्रमण बहुत ज़्यादा है, यहां साप्ताहिक पॉजिटिविटी 5-10 प्रतिशत के बीच है। केरल में ऐसे 9 जिले, मिजोरम में 5 जिले, नागालैंड, राजस्थान, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल में ऐसा एक-एक जिला है। उन्होंने बताया कि पिछले 20 दिनों से नए दैनिक मामले 10,000 से नीचे दर्ज किए गए हैं। पिछले 1 हफ्ते से केस पॉजिटिविटी 0.65 फीसदी थी। वर्तमान में, केरल से सक्रिय मामलों की कुल संख्या का 40.31 फीसदी है।


