World wide City Live, फरीदकोट : साल 2015 के बरगाड़ी बेअदबी मामले व उससे जुड़ी बहिबल कलां व कोटकपूरा गोलीकांड की घटनाओं में इंसाफ न मिलने पर मृतक भाई किशन भगवान सिंह के बेटे प्रभदीप सिंह ने सरकारी नौकरी छोड़ दी है। घटना के बाद तत्कालीन अकाली सरकार ने तरस के आधार पर प्रभदीप सिंह को शिक्षा विभाग में एसएलए के पद पर नियुक्त किया था।
इसके अलावा बहिबल कलां में चल रहे इंसाफ मोर्चे ने बढ़ते कोहरे व लोगों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए अमृतसर बठिंडा नेशनल हाईवे के एक रास्ते पर जारी चक्का जाम भी खोल दिया है। 7 जनवरी को पंथक संगठनों के साथ बैठक की जाएगी। बेअदबी व गोलीकांड की घटनाओं में इंसाफ के लिए पीड़ित परिवारों व पंथक संगठनों ने गांव बहिबल कलां में पिछले साल 16 दिसंबर से धरना लगाया था।
प्रभदीप सिंह व उसके भाई सुखराज सिंह ने कहा कि धरने को लेकर इंसाफ देने के स्थान पर पैसे एकत्रित करने व लोगों को परेशान करने का दोष लगाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त यह भी कहा जा रहा है कि हमने नौकरी भी ले ली और पैसे भी, परंतु फिर भी धरने पर बैठे हैं। वह नौकरी और सरकारी पैसा वापस देने को तैयार हैं। यदि सात तारीख तक इंसाफ नहीं मिला तो लड़ाई आर-पार की होगी।


