कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव समाप्त होने के बाद लोग अब सैर सपाटे पर निकल रहे हैं. लोगों को एक साथ उत्तर भारत के प्रमुख तीर्थ स्थल और दर्शनीय स्थल का भ्रमण कराने के लिए इंडियन रेलवे कैटरिंग टूरिज्म कारपोरेशन लिमिटेड (IRCTC) आगे आया है. 25 नवंबर से चलने वाली आईआरसीटीसी के आस्था स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन (Astha Special Tourist Train) से यात्री माता वैष्णो देवी मंदिर (Vaishno Devi Temple), स्वर्ण मंदिर (Golden Temple), हरिद्वार (Haridwar), ऋषिकेश, मथुरा, वृंदावन, आगरा में ताजमहल और अयोध्या में रामलला (Ramlala) के दर्शन कर सकते हैं. आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार, एरिया आफिसर अमित प्रकाश, मनीष कुमार और संजीव कुमार ने बताया कि कोरोना के दुखदायी पल के कम होने के बाद अब पर्यटकों को घूमने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसके तहत 25 नवंबर से रक्सौल से आस्था स्पेशल ट्रेन खुलेगी. यह ट्रेन पटना, पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन होते हुए माता वैष्णोदेवी के दर्शन के साथ उत्तर भारत के स्थलों का दर्शन कराएगी.
11 रात और 12 दिन के पैकेज वाले इस टूर के लिए इस ट्रेन का प्रतिदिन का किराया 900 रुपये प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की दर से लिया जाएगा. इंडियन रेलवे कैटरिंग टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड (IRCTC) ने पर्यटकों की मांग पर पटना होते हुए माता वैष्णोदेवी दर्शन के साथ उत्तर भारत दर्शन के लिए आस्था सर्किट स्पेशल पर्यटन ट्रेन चलाने की योजना बनाई है.
माता वैष्णोदेवी दर्शन के साथ होंगे रामलला के दर्शन
यह ट्रेन 25 नवंबर को बिहार के रक्सौल से खुलेगी और बैरगनिया, सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, पाटलिपुत्र, दानापुर, आरा, बक्सर, दिलदारनगर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन होते हुए माता वैष्णो देवी, अमृतसर का स्वर्ण मंदिर, हरिद्वार हर की पौड़ी, ऋषिकेश, मथुरा, वृन्दावन में श्रीकृष्ण जन्मभूमि दर्शन, आगरा का ताजमहल के साथ अयोध्या रामलला के भी दर्शन कराएगी. उसके बाद यह ट्रेन वाराणसी काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के तीर्थ स्थलों का दर्शन कराते हुए 06 नवंबर को वापस लौटेगी.


