World wide City Live, जालंधर (आँचल) : हिंदू नेता व शिवसेना (टकसाली) के अध्यक्ष सुधीर सूरी की हत्या के बाद उपजे तनाव के चलते पुलिस ने शनिवार शाम खालिस्तान समर्थक व ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह को मोगा में नजरबंद कर दिया। हालांकि बाद में उसे बाहर जाने की अनुमित दे दी गई। वहीं, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भी मामले की जांच शुरू कर दी। शनिवार को टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया और साक्ष्य एकत्र किए गए। इसके बाद स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक भी की।
इसे पहले फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए और प्रत्यक्षदर्शियों से लगभग पौना घंटा बातचीत की। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को स्थानीय दुकानदार संदीप सिंह उर्फ सन्नी ने चार गोलियां मार कर सुधीर सूरी की हत्या कर दी थी। सूरी गोपाल मंदिर के बाहर हिंदू देवी-देवताओं की खंडित प्रतिमाओं व चित्रों की बेअदबी के विरोध में धरना दे रहे थे। घटनास्थल पर सूरी के सुरक्षाकर्मियों समेत करीब 20 पुलिसकर्मी मौजूद थे।
वहीं, जांच में सामने आया है कि हत्यारोपित संदीप सिंह उर्फ सन्नी ने एक सप्ताह पहले अमृतपाल सिंह से मुलाकात की थी। उसका एक वीडियो इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पुलिस के पास पहुंचा है। इसमें वह अपने आठ माह के बेटे तेजबीर सिंह के साथ अमृतपाल से बात करता दिखाई दे रहा है। दोनों के बीच एक कमरे में बातचीत भी हुई। यह भी पता चला है कि संदीप ने एक सप्ताह पहले ही अमृतपान किया था। इस कार्यक्रम में अमृतपाल भी पहुंचा था।
अमृतपाल सिंह कई दिनों से अपने भड़काऊ भाषणों के कारण चर्चा में है। पंजाब की खुफिया एजेंसियों ने केंद्र को भेजी एक रिपोर्ट में उसकी गतिविधियों को देश की एकता व अखंडता के लिए खतरा बताया था।
इस बीच कनाडा में बैठे कुख्यात गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लंडा ने सुधीर सूरी की हत्या की जिम्मेदारी ली है। लखबीर डेढ़ वर्ष से पंजाब पुलिस का वांछित है। वह पाकिस्तान में बैठे कुख्यात खालिस्तान समर्थक आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा का करीबी है। रिंदा व लंडा दोनों विदेश में बैठ कर पंजाब में करोड़ों रुपये की रंगदारी वसूलते हैं और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के इशारे पर हत्याएं करवाते हैं। मूल रूप से तरनतारन के हरिके का रहने वाले लखबीर सिंह ने धमकी में देते हुए लिखा कि आगे भी ऐसी हत्याएं होती रहेंगी।


