डेरा सच्चा सौदा (Dera Sacha Sauda) के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह (Gurmeet Ram Rahim Singh) से 6 साल पुराने बेअदबी मामले में आज पंजाब पुलिस का विशेष जांच दल पूछताछ करेगा. रोहतक के सुनारिया जेल में बंद राम रहीम से जवाब हासिल करने के लिए पुलिस का दल रवाना हो चुका है. डेरा प्रमुख पर दो शिष्याओं के साथ दुष्कर्म करने के आरोप हैं, जिसके चलते वह सुनारिया जेल में बंद है. 2015 के बेअदबी मामले में राम रहीम को गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप चोरी करने के मामले में आरोपी बनाया गया है. बीते महीने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब पुलिस से पूछताछ के लिए कहा था.
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि डेरा प्रमुख से पूछताछ करने जा रही 4 सदस्यीय SIT की अगुवाई आईजी एसपीएस परमार कर रहे हैं. इस विशेष दल में सीनियर एसपी एमएस भुल्लर, डीएसपी लखबीर सिंह और इंस्पेक्टर दलबीर सिंह शामिल हैं. पत्रकारों से बातचीत के दौरान परमार ने बताया, ‘यह जांच प्रक्रिया का हिस्सा है, जिसे हम आगे बढ़ा रहे हैं.’ उन्होंने जानकारी दी है कि SIT ने राम रहीम के लिए सवाल तैयार कर लिए गए हैं.
बुर्ज जवाहर सिंह वाला गुरुद्वारा से गुरु ग्रंथ साहिब की प्रति चोरी, बरगाड़ी और बुर्ज जवाहर सिंह वाला में हाथ से लिखे हुए अपवित्र पोस्टर लागना और बरगाड़ी में पवित्र किताब के फटे हुए पन्ने मिलने से जुड़े तीन मामलों को तब भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल की सरकार ने सीबीआई को सौंप दिए थे. हालांकि, पंजाब सरकार ने सितंबर 2018 में जांच SIT को दी थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, SIT ने अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि गुरमीत राम रहीम ने बेअदबी के आदेश दिए थे. कहा गया है कि डेरा प्रमुख ने ये आदेश सिख उपदेशक की तरफ से किए गए अनुयायियों के अपमान का बदला लेने के लिए दिए गए थे. इस मामले में डेरा समिति के तीन सदस्यों हर्ष धुरी, संदीप बरेटा और प्रदीप कलेर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, लेकिन वे फरार हैं.


